आजकल सच्चे रिश्ते मिलना मुश्किल है मैं तो कहूँगी कि माँ बाप से जो रिश्ता है वो सच्चा है बाकि सब मतलब के रिश्ते हैं। अब सवाल ये उठता है कि क्या सब रिश्ते ऐसे मतलब के होते हैं...... ? मेरा जवाब है बिल्कुल नही बहुत लोगों के भाई बहन बहुत प्यारे होते हैं तो कुछ लोगों के दोस्त बहुत अच्छे और सच्चे होते हैं।
एक सच्चे रिश्ते को पहचानने का सबसे अच्छा मौका अपना बुरा वक्त होता है। आपके बुरे वक्त में जो आपकी हिम्मत बनके खड़ा रह गया उस रिश्ते को कभी खोना नहीं चाहिए।
अब सबसे बड़ी बात ये आती है कि क्या रिश्ता सिर्फ सामने वाला आपसे निभाएगा.....? बिल्कुल भी नहीं दोस्तों क्यूंकि रिश्ते दोनों तरफ से निभाए जाते हैं तभी तो वो मजबूत बनते हैं।
आजकल के बिजी सेडुल में हम वक्त नहीं निकल पाते लेकिन अब से अपनी हैबिट चेंज कर दीजिये। जितना वक्त आप अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स में ख़राब करते हैं उसमे किसी अपने से बात कर लीजिये यकीं मानिये बहुत अच्छा फील होगा।
जीवन ऐसा हो गया है कि जिन्दा इन्सान कि कोई वैल्यू नहीं है जब इन्सान मर जाता है तो सब याद करते हैं इसलिए आप ऐसे मत बनिए हर रिश्ते की क़द्र कीजिये अपनों को संभालकर रखिये यार क्यूंकि जब कोई अपना चला जाता है तो बहुत तकलीफ होती है।
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