१) आँखों को जब किसी की चाहत हो जाती
उसे देख के ही दिल में राहत हो जाती है
कैसे भूल सकता है कोई किसीको,
जब किसीको किसी की आदत हो जाती है
मोहब्बत कुछ इस कदर हो जाती है उससे,
कि रब से पहले उसकी इबादत हो जाती है।
२ ) इश्क तो मेरा महफूज़ है तुझमे......
जिस्म अलग है पर रूह है तुझमे। ......
यादें और शमा भरी है इस दिल में
बस तू है........ तू है .... और सिर्फ तू ही मुझमें