सच्चा प्यार
दुनिया की इस भीड़ में एक तू ही सच्चा लगता है,
प्यारा है थोड़ा खड़ूस भी है मगर अपना लगता है।
आज तक ऐसा प्यार किसीने किया नहीं, जैसा वो मुझसे करता है,
बेवजह, बिना किसी उम्मीद के मेरे लिए सब करता है।
मुझे मेरी गलतियों पे डांटता है और उनसे सिखके आगे बढ़ने की सलाह देता है,
लोगो से मुझे मेरे आत्मसम्मान और हक़ के लिए लड़ना सिखाता है,
वो मेरी कमजोरी नहीं मेरी ताकत बनता है।
मेरे भविष्य के लिए मुझसे ज्यादा उसको फिक्र रहती है
मेरे लिए जो बेहतर हो वो करने की कोशिश करता है।
मुझे मेरे लक्ष्य तक पहुँचने के लिए प्रोत्साहित करता है
क्या कहु उसके बारे में वो मेरा मेरे पापा जितना ख्याल रखता है।
मैं शुक्रगुज़ार हूँ ईश्वर कि उसने मुझे इतने अच्छे इन्सान से मिलवाया
वरना ऐसा इन्सान हर किसी को कहाँ मिलता है।
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