कुछ अनकहे अल्फ़ाज़
कैसे कहूं कि तुझसे कितना ........ मुझे
अब इस खाली जगह में क्या लिखू अब तू ही बता दे मुझे। . ?
इश्क लिखूं मोहब्बत लिखूं , दोस्ती लिखूं या प्यार लिंखूं या लिखू दीवानगी
तू जो नाम देगा इस रिश्ते को वो मंज़ूर होगा मुझे
हालातों का मारा और लोगो का सताया हुआ दिल है तेरा,,
एक बार भरोसा करके दिल अपना सौंपकर राज़दार बना ले मुझे
वादा करते है कभी निराश नहीं करेंगे
खुद भी टूट गए तो भी जोड़े रखेंगे तुझे।।।।
ये रिश्ता जुड़ा है तो आखरी साँस तक रहेगा,
न भी मिल पाया कोई नाम तो भी कसूरवार नहीं समझेंगे तुझे।।।
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