अजनबी रिश्ता
पता नहीं कोई हमारी लाइफ में इतना खाश कैसे हो जाता है
उसकी मुस्कराहट से हमारा दिल खुश हो जाता है और उसकी उदाशी हमें बेचैन कर देती है
कुछ खाश रिश्ता नहीं होता उससे हमारा फिर भी वो बहुत अपना सा लगता है
उसकी हर छोटी छोटी ख्वाइशों का ख्याल हमें रहने लगता है
हम कितने भी लापरवाह क्यों न हों उसका ख्याल हमे अच्छे से होता है
उसकी मौजूदगी हममे एक ताज़गी सी ला देती है
और न देखें उनको हमारी आखें तो दिल बेचैन सा हो जाता है
हाय ये अजनबी सा रिश्ता बहुत प्यारा सा लगता है
इसका अहसास हमारे जीवन में घुलकर दिल को एक राह्त पहुंचता है
फिर दिल उससे हमेशा जुड़े रहना चाहता है.........